Psycho Lover - 1 Jiyaa द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Psycho Lover - 1

सुबह खिड़की से आती सूरज की किरणों की वजह से रूम में चारो तरह रौशनी फैली हुई थी अपनी आँखों पर पड़ती हुई रौशनी से तंग आकर क़ाव्या ने धीरे से आँखे खोली आँखे खोलते हीं उसे अपनी बॉडी मे शार्प पैन फिल हुआ जिस वजह से उसे उठने मे बहोत तकलीफ हो रही थी पूरी रात सेक्स करने के कारण काव्या की बिस्तर से उठने की भी हिम्मत नही हो रही थी उसने अपनी नज़रे घुमा कर बिस्तर के दूसरी साइड में देखा तो मानिक आराम से गहरी नींद में सोया हुआ था।

एक हफ्ते पहले.......

क़ाव्या अपनी फ्रेंड ज्योति के साथ मुंबई की एक कम्पनी में जॉब करती थी उसकी लाइफ बहोत अच्छी चल रही थी काम फैमीली फ्रेंड वो हर तरह से कम्प्लीट और हैपी थी लेकिन दो दिन पहले उनके ऑफिस में काम करने वाले एक कॉलिक दिनेश ने ज्योति को उसके साथ रिलेशन में आने के लिए जबरदस्ती की ये बात क़ाव्या को पता चल गई वो बिना कुछ सोचे गुस्से मे दिनेश से मिलने चली गई।

काव्या एक कैफे के बाहर खड़ी दिनेश के बाहर आने का वेट कर रही थी कुछ देर बाद जब दिनेश कैफे से बाहर आया तो काव्या ने उसके पास आकर उसे एक जोरदार थप्पड़ लगा कर गुस्से में कहा....दोबारा मेरी दोस्त के आस पास भी दिखे तो जान से मार दूंगी....!!!काव्या को देख दिनेश अपने गाल को सहलाता रह गया उसकी काव्या के सामने कुछ भी बोलने की हिम्मत तो बिल्कुल नही थी लेकिन ये सब दिनेश से कुछ कदम दूर खड़ा उसका बेस्ट फ्रेंड मानिक देख रहा था मानिक आज हीं यू. एस. से इंडिया आया था काव्या को देख मानिक जैसे अपने होश खो बैठा वो बिना पलकें झपकाए मुकुराता हुआ काव्या की बोल्डनेस और उसकी ब्यूटी को देखता रह गया लेकिन क़ाव्या को इस बात का जरा भी एहसास नही हुआ की कोई उसे अपनी इंटेस नज़रो से घूर रहा है इसलिए वो दिनेश को वॉर्निंग देकर वहा से चली गई।
क़ाव्या को देखने के बाद मानिक पर एक नशा सा झा गया वो उसके ख्यालो में खोया हुआ एक सुनसान सड़क पर कार रोके उसकी छत पर लेटा काव्या के बारे में सोच रहा था काव्या का चेहरा मानो मानिक की आँखों मे बस गया था कुछ देर बाद मानिक ने किसी को कॉल कर कहा..... मुझे क़ाव्या की सारी डिटेल्स चाहिए छोटी से छोटी सुबह होने से पहले भेज देना....!!!!इतना कहकर मानिक ने बिना सामने वाले का जवाब सुने फौरन कॉल कट कर दिया।।।।।

नेक्स्ट मॉर्निंग सुबह जब मानिक अपने रूम में सो कर उठा तो उसने नींद में हल्की सी आंखे खोल कर अपना फोन उठा कर देखा फोन देखते हीं वह हड़बड़ा गया और बिस्तर पर बैठ कर उसने साइड में डेस्क पर रखा अपना लेपटॉप उठाया और एक फ़ाइल खोल कर देखने लगा।
ये काव्या की फ़ाइल थी जिसमे उसकी सारी डिटेल्स थी सब कुछ अच्छे से चैक करने के बाद मानिक ने किसी को फोन कर फौरन मिलने के लिए घर बुलाया और नहाने वाशरूम चला गया कुछ देर बाद वह अच्छे से रेडी होकर ब्रेकफास्ट करने लगा तभी डोर बैल बजी और वह खाना छोड़ दरवाजा खोलने चला गया डोर खोलते हीं उसके सामने निखिल खड़ा था निखिल मानिक को हेलो कहते हुए घर के अंदर आ गया मानिक वापिस डायनिंग टेबल पर बैठ कर खाना खाने लगा उसे देख निखिल ने थोड़ा अनोइंग टोन मे पूछा.... अब बताओ भी तुमने मुझे यहां क्यो बुलाया है....!!!!!

मानिक बिना निखिल की तरफ ध्यान दिए अपना ब्रेकफास्ट एंजोए करते हुए बोला.... मै कम्पनी मे इंटन बनकर जॉइन करूँगा मुझे काव्या के अंडर काम पर लगाओ....मानिक की बात सुनकर निखिल पुरी तरहा शॉक्ड हो गया और थोड़ा नाराज भी..... तुम मज़ाक कर रहे हो तुम कम्पनी के मालिक हो और तुम किसी के अंडर काम करना चाहते हो....!!!!निखिल की नाराजगी का मानिक पे कोई असर नही था वो बहोत नॉर्मल एक्ट कर रहा था....हाँ क्यू कोई प्रॉब्लम है मैनेजर साहब...एनी वे मुझे इस बारे मे कोई आर्ग्यु नही करना इसलिए जीतन जल्दी हो सके ये काम करो....!!!निखिल ने मानिक को समझाने की बहोत कोशिश की लेकिन मानिक पर तो काव्या का जूनून सवार हो चुका था उसने निखिल की एक ना सुनी इसलिए मानिक के बहोत ज्यादा फोर्स करने पर निखिल को हाँ करनी पड़ी।।।

रोज की तरहा काव्या ऑफिस मे अपने डेस्क पर बैठी नॉर्मली काम कर रही थी तभी कम्पनी के मैनेजर निखिल ने उसे आवाज़ लगाकर अपने ऑफिस मे आने के लिए कहा काव्या चुप चाप उठकर उनके ऑफिस मे चली गई काव्या के ऑफिस मे आते हीं निखिल ने उसे मानिक से मिलवाते हुए कहा.... काव्या ये मानिक है हमारा न्यू इंटन और तुम इसे ट्रेनिंग दोगी...!!!! काव्या ने बिना कोई सवाल किए कहा....ओके सर , चलिए मिस्टर मानिक मै आपको काम समझा देती हूँ....मानिक क़ाव्या के साथ उसके टेबल पर आकर उसकी साइड में चेयर पर बैठ गया।।।। काव्या तो मानिक काम समझाने मे लगी हुई थी लेकिन मानिक का ध्यान काम पे ना होकर पूरी तरह क़ाव्या पर था उसकी आँखों में एक नशा झाया हुआ था वो बार बार क़ाव्या के करीब आकर कभी उसका हाथ पकड़ लेता तो कभी उसके चेहरे के करीब आकर बात करने लगता।।।।

काव्या मानिक के इरादों से बिल्कुल अनजान थी वो बस मानिक को काम समझाने में व्यस्त थी इसलिए उसका ध्यान मानिक की इन हरकतों पर नही गया एक घंटे बाद सभी लंच करने केंटीन चले गए ऑफिस का पुरा स्टॉफ ऑफिस केंटीन में बैठ कर खाना खा रहे थे मानिक खाने की प्लेट लेकर काव्या के पास बैठ गया और उससे बाते करने लगा ताकि वो ओर ज्यादा काव्या के बारे मे जान सके खाना खाने के बाद सभी दोबारा काम में लग गए ऐसे हीं दिन खत्म हो गया और सभी ऑफिस से घर जाने लगे लेकिन काव्या के ऑफिस के कुछ फ्रेंड्स उसे लेकर एक ड्रिंकिंग बार में चले गए जहा वो सभी बैठ कर मस्ती और गेम्स खेलने लगे।।।। वो सभी ट्रुथ एन्ड डेयर खेलने लगे जिसमे मानिक ने डेयर चूस कर लिया तो एक लड़की ने उसे डेयर में बार में मौजूद किसी भी लड़की को किस्स करने की पनिशमेंट दे दी जिस वजह से मानिक को बहोत अच्छा मौका मिल गया काव्या के करीब जाने का उसने झट से क़ाव्या के पास आकर उसे किस्स कर लिया लेकिन वो किस्स करने मे इतना खो गया की उसे पता हीं नही चला कब उसका नॉर्मल किस्स एक डिप लीप किस्स मे बदल गया ये देख क़ाव्या के होश उड़ गए वो जल्दी से मानिक को खुद से दूर पुश कर गुस्से में बाहर चली गई काव्या को नाराज हुआ देख मानिक भी उसके पीछे बाहर आ गया।।।मानिक ने क़ाव्या का हाथ पकड़ कर रोकते हुए कहा.... काव्या एक मिनट मेरी बात सुनों..!!!!
क़ाव्या झटके से अपना हाथ छुड़ा कर गिस्से मे चिल्लाई..... मुझे तुम्हारी कोई बात नहीं सुननी समझे तुम और अब मुझसे दूर रहना..!!! काव्या का ऐसा बिहेव देख मानिक अचानक पैनिक कर गया......नहीं रह सकता आई लव यू मै तुमसे बहोत प्यार करता हूँ मैने तुम्हें किस्स गेम समझ कर नहीं किया...!!!!काव्या ने बिना मानिक की पूरी बात सुने उसे एक थप्पड़ जड़ दिया... दफा हो जाओ दोबारा मेरे करीब आने की कोशिश भी मत करना....!!! काव्या गुस्से में वहा से जाने लगी लेकिन मानिक ने उसे बैक हग कर उसकी नेक पे किस्स करते और स्मेल करते हुए सडेक्टिव वॉइस मे कहा... मै नहीं जा सकता मैने जब से तुम्हें देखा है मै पागल हो गया हूँ हर वक्त तुम्हारा हीं ख्याल आता रहता है प्लीस मुझे खुद से दूर जाने के लिए मत कहों...!!!!!

काव्या अपने आपको मानिक की बाहो से छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन मानिक पर पहले हीं काव्या का नशा छाया हुआ था और कुछ उसे ड्रिंक का नशा हो गया इसलिए वो मदहोशी में काव्या को पकड़ कर पशेंटली किस्स करने लगा ये देख काव्या ने मानिक को दूर धकेलते हुए एक और थप्पड़ मार दिया और वहा से जाने लगी उसे जाते देख मानिक ने चिल्ला कर कहा.... मै तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ूगा तुम कुछ भी कर लो...!!!!

काव्या अपने फ्लेट में आकर मानिक की हरकतों के बारे में सोच कर परेशान हो गई क्योंकि उसे मानिक से मिले हुए सिर्फ एक हीं दिन हुआ था उसकी समझ में नहीं आ रहा था मानिक को उससे प्यार कब हो गया दूसरी तरफ मानिक बहोत खुश था काव्या को किस्स करने उसे अपनी दिल की बात बताने के बाद मानिक बहोत हैपी और रिलेक्स फिल कर रहा था।।।।